होली 2024 कब हैं | होली का महत्व क्या है | होली क्या हैं और कैसे मनाई जाती हैं | होली की कहानी क्या हैं | होली क्यों मनाया जाता हैं | होली पर 10 लाइन | होली की कथाएं | होली मनाने का कारण क्या हैं
आज आप इस लेख के द्वारा होली पर कविता हिंदी में, होली निबंध हिंदी में, होली वीडियो, Holi par nibandh in Hindi, Significance of
Holi in Hindi, Holi Poem in Hindi एवं होली की कहानी हिंदी में के बारे में विस्तृत
जानकारी प्राप्त करेंगे.
यह
भी पढ़ें - होलिका
दहन कब हैं और क्यों मनाया जाता हैं
होली त्योहार 2024 हिंदी में - Holi
Festival 2024 in Hindi
भारत विभिन्न धर्म एवं संस्कृतियों का
देश हैं. जहाँ विभिन्न धर्मों की मान्यताओं के अनुसार अनेकों पर्व एवं त्यौहार
मनाये जाते हैं और यह त्यौहार सभी देशवासी आपसी प्रेम एवं सद्भाव के साथ पूरे
हर्षोल्लास से मनाते हैं. ऐसा ही एक पावन त्योहारों हैं होली का त्यौहार.
होली
भारत में मनाये जाने वाले त्योहारों में से एक प्रमुख पर्व हैं. होली पर्व हिन्दू
धर्म का एक बहुत बड़ा त्यौहार हैं, जिसे भूटान, नेपाल, पाकिस्तान सहित विश्व के सभी
देश जहाँ हिन्दू धर्म को मानने वाले निवास करते हैं बहुत ही उत्साह से मनाते हैं. होली
त्योहार बसंत ऋतु के स्वागत का त्योहार भी माना जाता हैं.
होली
रंगों का त्योहार हैं जिसे भारत में बच्चे बूढ़े सभी बहुत धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाते हैं. होली कब हैं 2024 और होली क्यों मनाते हैं के
बारें में इस लेख के द्वारा जानकारी प्राप्त करते हैं.
यह
भी पढ़ें - राम
नवमी कब हैं और क्यों मनाई जाती हैं
होली क्या हैं - What
is Holi in Hindi
होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक
हिन्दू त्योहार हैं जिसे रंगों का त्योहार, रंगपंचमी, त्योहारों का त्योहार एवं
रंगिया प्रेम का त्यौहार के नाम से भी जाना जाता हैं.
होली का त्यौहार भारत, नेपाल में बहुत
धूमधाम से मनाया जाता हैं परन्तु समय के साथ धीरे धीरे यह फैलता गया और अब यह
त्योहार विश्व के लगभग सभी देश जहाँ हिन्दू निवास करते हैं मनाया जाने लगा हैं.
होली का त्योहार वसंत ऋतु के फागुन मास
में मनाया जाता हैं इस दिन लोग एक दूसरों को रंग गुलाल लगाकर गिले शिकवें भुलाकर
गले मिलते हैं.
यह
भी पढ़ें - रथयात्रा
कब है और क्यों मनाया जाता हैं
होली कब मनाई जाती हैं -
When is Holi celebrated in Hindi
हिन्दू धर्म में सभी त्योहार भारतीय
हिंदी कैलेण्डर के अनुसार मनाये जाते हैं. होली त्यौहार प्रत्येक वर्ष वसंत ऋतु
में फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता हैं. वैसे होली की धूम बसंत पंचमी के दिन से ही शुरू हो जाती हैं.
यह भी पढ़ें - एफआईएच हॉकी विश्वकप क्या हैं
होली 2024 कब हैं - When is Holi 2024 in Hindi
दिनांक 24 मार्च 2024 दिन रविवार को प्रातःकाल 09:56
पर पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ होगी तथा
दिनांक 25 मार्च 2024 दिन सोमवार को दोपहर 12:30
पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी. इस
प्रकार अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार वर्ष 2024 में होली दिनांक 24 मार्च 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी.
यह भी पढ़ें - फीफा विश्व कप क्या हैं
होली क्यों मनाई जाती हैं - Why
is Holi celebrated in Hindi
भारत के अलग अलग क्षेत्रों में होली
मनाये जाने के विभिन्न कारण हैं लेकिन सबसे प्रमुख कारण राजा हिरन्यकश्यप की बहन
होलिका की आग में जल कर राख हो जाना हैं.
उत्तर प्रदेश में लट्ठमार होली, बंगाल
में ढोल पूर्णिमा अथवा ढोल जात्रा, आसाम में फगवाह अथवा देओल एवं नेपाल में फागू
के नाम से होली मनाई जाती हैं. किसान अच्छी फसल उत्पादन की ख़ुशी में होली पर्व
मनाते हैं जिसे रंग महोत्सव अथवा वसंतोत्सव भी कहते हैं.
यह भी पढ़ें - आईसीसी टी20 विश्व कप क्या हैं
होली की कहानी क्या हैं - What
is the Story of Holi in Hindi
होली की कई पौराणिक कथाएं हैं जिनसे होली
के पौराणिक महत्व के बारें में पता चलता हैं. प्रमुख होली पौराणिक कथा
निम्नवत हैं.
यह भी पढ़ें - आईएनएस विक्रांत क्या हैं
भक्त प्रहलाद और होलिका की कहानी - Story of Bhakt Prahlad and Holika in Hindi
हिरन्यकश्यप नाम का एक राजा था. उसने
तपस्या करके भगवान् को प्रसन्न करके यह वरदान मांग लिया कि कोई भी इंसान या जानवर
उसे मार नहीं सकता हैं, किसी भी अस्त्र शस्त्र से उसकी मृत्यु नहीं हो सकती हैं, न
घर के अन्दर न घर के बाहर न दिन में न रात में और न धरती पर न आकाश में कोई भी उसे
मार नहीं सकता था.
यह वरदान पाकर हिरन्यकश्यप को घमंड हो
गया कि अब वह स्वयं भगवान् हो गया हैं. वह अपने राज्य की प्रजा से उसकी पूजा करने
के लिए आदेश दिया और जो लोग उसकी पूजा नहीं करते थे उनके ऊपर वह अत्याचार करने
लगा.
हिरन्यकश्यप अपने भाई की मृत्यु का
बदला भगवान् विष्णु से लेना चाहता था. हिरन्यकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम
प्रहलाद था. प्रहलाद भगवान् विष्णु का अनन्य भक्त था. हिरन्यकश्यप अपने पुत्र को
भगवान् विष्णु की भक्ति करने से मना किया करता था परन्तु प्रहलाद नहीं मानता था.
हिरन्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने की
एक योजना बनाई. योजनानुसार हिरन्यकश्यप की बहन होलिका जिसे आग में न जलने का वरदान
प्राप्त था परन्तु यदि वह इस वरदान का दुरुपयोग करेगी तो वह आग में जल जाएगी, प्रहलाद को अपनी गोद में बैठाकर अग्नि
की वेदी पर बैठ जाएगी, जिससे प्रहलाद आग में जल जायेगा.
भक्त प्रहलाद भगवान् विष्णु की भक्ति
में लीन था और भगवान् विष्णु की कृपा से भक्त प्रहलाद आग से सकुशल बच गया और
होलिका अग्नि में जलकर राख हो गयी.
इस घटना से प्रजावासी उस दिन को
हर्षोल्लास से होलिका दहन के नाम से मनाने लगे और अगले दिन होली
का उत्सव मनाया जाने लगा.
यह भी पढ़ें - एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट क्या है
राधा कृष्ण की कहानी - Story
of Radha Krishna in Hindi
एक बार बाल कृष्ण ने माता यशोदा से
पूछा कि उनका रंग साँवला क्यों हैं? उनका रंग राधा के समान गोरा क्यों नहीं
हैं? इस पर माता यशोदा ने मजाक में कृष्ण जी
से कहा कि अगर वह राधा के चेहरे पर रंग लगा दे तो राधा का रंग भी उनके जैसा हो
जायेगा.
इसके बाद कान्हा ने राधा और अन्य
गोपियों के साथ रंग से होली खेली और इस प्रकार से रंगों से होली मनाई जाने लगी.
यह भी पढ़ें - नाटो क्या हैं
होली का इतिहास क्या हैं - What
is the history of Holi in Hindi
होली का त्योहार सांस्कृतिक एवं
पारंपरिक मान्यताओं के कारण प्राचीन काल से ही मनाया जा रहा हैं जिसका उल्लेख
पुराणों में भी किया गया हैं. इससे होली के ऐतिहासिक महत्व के बारें में पता चलता
हैं.
होली बहुत प्राचीन त्योहार हैं जिसे
होलिका और होलाका के नाम से मनाया जाता रहा हैं. वसंत ऋतु में हर्षोल्लास से मनाये
जाने के कारण होली को हर्षोत्सव के नाम से भी जाना जाता हैं.
यह भी पढ़ें - राष्ट्रमंडल खेल क्या है
होली कैसे मनाई जाती हैं - How
is Holi celebrated in Hindi
भारत में होली का त्योहार बहुत धूम धाम
से मनाया जाता हैं परन्तु होली उत्तर भारत में सबसे उत्साह से मनाया जाता हैं.
ब्रज, वृन्दावन, गोकुल, मथुरा की होली
विश्व प्रसिद्द हैं जिसे देखने के लिए देश विदेश से लोग आते हैं. यहाँ होली का
त्योहार कई दिनो तक मनाया जाता हैं जिसमे सबसे प्रमुख लठमार होली होती हैं. लठमार
होली में पुरुष महिलाओं पर रंग डालते हैं और महिलायें पुरुषों को डंडे से मारती
हैं जिससे पुरुष ढाल से अपना बचाव करते हैं.
कई स्थानों पर फूलों द्वारा होली मनाई
जाती हैं और फागुन के गीतों को गाकर एक दूसरों से गले मिलकर खुशियाँ मनाते हैं.
मध्य भारत तथा महाराष्ट्र में होली को
रंगपंचमी के नाम से मनाया जाता हैं. जिसमे लोग एक दूसरों को रंग, गुलाल लगाकर गले
मिलते हैं और एक दूसरों के घर जाकर होली के विशेष पकवानों का आनंद उठाते हैं.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में होली को
रंगपंचमी गैर के नाम से जाना जाता हैं जिसमे इंदौर में एक अलग ही धूम होती हैं. इस
दिन इंदौर शहरवासी सडकों पर निकलकर रंग गुलाल लगाकर नाचते गाते त्योहार मनाते हैं.
इसके आयोजन की तैयारी 15
दिनों पूर्व ही शुरू हो जाती हैं.
रंगों के इस त्योहार को फाल्गुन
महोत्सव के नाम से भी जाना जाता हैं, इसमें फाल्गुन के गीतों की धुन पर रंग गुलाल
के साथ एक दूसरे से गिले शिकवे को भुलाकर गले मिलते हैं और नाचते गाते हैं.
यह भी पढ़ें - बसंत पंचमी कब हैं और कैसे मनाई जाती हैं
होली का महत्व क्या हैं – What
is the Importance of Holi in Hindi
होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की
जीत का प्रतीक हैं साथ ही मुश्किलों से लड़ना एवं उसका सामना करना भी सिखाता हैं.
भक्त प्रहलाद की तरह हमें भगवान् पर विश्वास रखना चाहिये जिससे दुनिया की कोई भी
मुश्किल का हम डटकर सामना कर सकते हैं.
होली त्योहार के रंग अनेकता में एकता
को प्रदर्शित करते हैं. होली त्योहार आपसी भेदभाव भुलाकर भाईचारा बढाता हैं और
समाज की बुराईयों को दूर करने में बहुत महत्व रखता हैं.
यह भी पढ़ें - विश्व सामाजिक न्याय दिवस क्यों मनाया
जाता हैं
होली का वैज्ञानिक महत्व क्या हैं - What
is the scientific significance of Holi in Hindi
होली मनाने का वैज्ञानिक कारण होलिका
दहन से वातावरण में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं जिससे वातावरण
शुद्ध हो जाता हैं. होलिका की अग्नि परिक्रमा करने से शरीर में नई ऊर्जा का संचार
होता हैं और शीत ऋतु के कारण उत्पन्न हुए कफ़ दोष से भी मुक्ति मिलती हैं.
होली का आध्यात्मिक महत्व क्या है - What
is the spiritual significance of Holi in Hindi
होली मनुष्य के आध्यात्मिक नवीनीकरण को
बढ़ावा देती है और लोगों को पुराने भेदभाव को भूलकर प्रेम, क्षमा एवं सकारात्मकता को अपनाने के
लिए प्रोत्साहित करती है.
होली में क्या सावधानियां रखनी चाहिये - What
precautions should be taken in Holi in Hindi
1 - रंगों में मिलावट होने से स्किन पर
दुष्प्रभाव पड़ सकता हैं इसलिए होली का त्योहार गुलाल एवं प्राकृतिक रंगों से ही
मनाना चाहिये.
2 - होली पर बहुत से लोग भांग एवं अन्य
नशीलें पदार्थों के मिश्रण से निर्मित पकवानों का सेवन करते हैं इसलिए ऐसे खाद्य
पदार्थों से बचना चाहिये.
3 - रंगों में केमिकल की मिलावट होने से
आँखों को नुकसान पहुँच सकता है इसलिए मिलावटी रंगों से होली नहीं खेलना चाहिये.
4 - त्योहार के समय बाज़ारों में मिलावटी
खाद्य पदार्थ जैसे खोया, खाद्य तेल इत्यादि खूब मिलते हैं, अतः ऐसे सामानों को
खरीदते समय सावधानी बरतनी चाहिये.
5 - किसी भी व्यक्ति को जबरजस्ती रंग लगाने
से बचना चाहिये.
6 - होली खेलते समय पक्के रंग का उपयोग
नहीं करना चाहिये.
यह भी पढ़ें - गुरु रविदास का जीवन परिचय
होली से हमें क्या शिक्षा मिलती हैं - What
lessons do we learn from Holi
होली के दिन विभिन्न जाति, धर्म
सम्प्रदाय के लोग एक साथ मिलकर धूमधाम से रंगों का त्यौहार मनाते हैं जिससे हमें
एकता, प्रेम और सद्भाव की शिक्षा मिलती हैं.
होली शायरी - Holi Shayari in Hindi
आज
के समय में लोग टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं. होली त्यौहार पर भी लोग
अपने पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों एवं मित्रों को स्मार्टफोन,
टैबलेट और लैपटॉप के माध्यम से Holi Shayari भेजकर
अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं.
यह भी पढ़ें - केवीएस स्टेनोग्राफर ग्रेड-2 सिलेबस पीडीएफ
Holi Quotes in Hindi
आज
के समय में लोग टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं. होली त्यौहार पर भी लोग
अपने पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों एवं मित्रों को स्मार्टफोन,
टैबलेट और लैपटॉप के माध्यम से Holi Quotes in English भेजकर
अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं.
यह भी पढ़ें - केवीएस सीनियर सचिवालय सहायक सिलेबस
पीडीएफ
Holi Status in Hindi
होली
त्यौहार पर लोग अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर Holi Status के रूप में होली
बधाई सन्देश और होली शुभकामना सन्देश लिखकर पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों एवं
मित्रों को अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं.
यह भी पढ़ें - गुजरात कैबिनेट मंत्री सूची पीडीएफ
होली फोटो - Holi Images Download
होली
त्यौहार पर लोग अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर Holi Status के रूप में होली
बधाई सन्देश एवं होली शुभकामना सन्देश लिखी हुई Holi PNG Image अथवा
होली एचडी इमेज लगाकर पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों एवं मित्रों को अपनी भावनाएं
व्यक्त करते हैं.
यह भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश कैबिनेट मंत्री सूची
पीडीएफ
डिस्क्लेमर
- इस
लेख में दी गई जानकारी विभिन्न पंचांगों, मान्यताओं और गूगल से संग्रहित करके आप
सभी पाठकों को उपलब्ध करायी गई हैं. हमारा उद्देश्य पाठकों तक सिर्फ जानकारी
उपलब्ध करवाना हैं, इस लेख में
दी गई जानकारी / सूचना की प्रमाणिकता
की पुष्टि ब्लॉग एडमिन नहीं करता हैं. किसी भी जानकारी अथवा उपाय का उपयोग करने से
पहले सम्बंधित विशेषज्ञ से से परामर्श अवश्य ले लेंवें.
Holi FAQ
- Holi
frequently asked questions in Hindi
प्रश्न - होली कितने देशों में मनाई जाती हैं?
उत्तर - विश्व के सभी देश जहाँ हिन्दू धर्म को मानने वाले निवास करते हैं होली
त्योहार मनाते हैं.
प्रश्न - होली किस महीने में मनाई जाती हैं?
उत्तर - वसंत ऋतु में फाल्गुन माह में होली
मनाई जाती हैं.
प्रश्न - धुलेंडी कब हैं?
उत्तर - धुलेंडी अथवा होली दिनांक 24 मार्च 2024 दिन रविवार को हैं.
प्रश्न - होली का दूसरा नाम क्या हैं?
उत्तर - होली का अन्य नाम होलिका, होलाका,
रंगोत्सव, वसंतोत्सव एवं काम महोत्सव हैं.
प्रश्न - वर्ष 2024 में होली कब मनाई जाएगी?
उत्तर - होली 2024 में दिनांक 24 मार्च 2024 दिन रविवार को हैं.
प्रश्न - महाराष्ट्र में होली को क्या कहते हैं?
उत्तर - महाराष्ट्र में होली को फाल्गुन
पूर्णिमा एवं रंगपंचमी के नाम से जाना जाता हैं.
प्रश्न - लट्ठमार होली कहाँ खेली जाती हैं?
उत्तर - लट्ठमार होली बरसाना में खेली जाती
हैं.
प्रश्न - होली में क्या खाया जाता हैं?
उत्तर - होली में विभिन्न प्रकार के पकवान
जैसे गुझिया, ठंडई, चिप्स पापड़, बादाम फिरनी इत्यादि चीजे खाई आती हैं.
प्रश्न - होली का अर्थ क्या हैं?
उत्तर - होली का अर्थ पवित्रता, एकता, प्रेम
एवं सद्भाव हैं.
प्रश्न - गोवा में होली को क्या कहते हैं?
उत्तर - गोवा में मछुआरा समाज में होली को
शिमगो अथवा शिमगा के नाम से जाना जाता हैं.
प्रश्न - वर्ष 2025 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2025 में होली दिनांक 14 मार्च 2025 दिन शुक्रवार को हैं.
प्रश्न - वर्ष 2026 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2026 में होली दिनांक 04 मार्च 2026 दिन बुधवार को हैं.
प्रश्न - वर्ष 2027 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2027 में होली दिनांक 23 मार्च 2027 दिन मंगलवार को हैं.
प्रश्न - वर्ष 2028 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2028 में होली दिनांक 11 मार्च 2028 दिन शनिवार को हैं.
प्रश्न - वर्ष 2029 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2029 में होली दिनांक 01 मार्च 2029 दिन गुरूवार को हैं.
प्रश्न - वर्ष 2030 में होली कब हैं?
उत्तर - वर्ष 2030 में होली दिनांक 20 मार्च 2030 दिन बुधवार को हैं.
यह भी पढ़ें - ग्लोबल हंगर इंडेक्स पीडीएफ
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद हैं कि आज का लेख होली कब हैं और क्यों मनाई जाती हैं पसंद
आया होगा.
आज के लेख में आपने होली कब मनाई जाती है, होली क्यों मनाई जाती हैं, होली का इतिहास क्या हैं, होली कैसे मनाई जाता हैं, होली का महत्व, होली पर निबंध हिंदी में, होली का वैज्ञानिक आधार, Holi
Essay in Hindi के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की हैं.
यदि आपको What
is Holi in Hindi Full Information के सम्बन्ध में कोई सुझाव देना हो तो कमेंट कीजिये
एवं आर्टिकल
वर्ष 2024 में होली कब हैं इन हिंदी को अधिक से
अधिक लोगों को शेयर कीजिये.
आप सभी पाठकगणों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं.
यह भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश सार्वजनिक अवकाश तालिका
पीडीएफ
यह भी पढ़ें - केंद्र सरकार सार्वजनिक अवकाश तालिका
पीडीएफ
यह भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश परिषदीय विद्यालय अवकाश
तालिका पीडीएफ
0 Comments